यश की लालसा



🌹🌹 good morning🌹🌹
WhatsApp 📞 👇 *+919893236423*
🇲🇰 प्रेरणादायी कहानियाँ 🇲🇰

*यश की लालसा : -*

एक बार की बात है,राजा भोज दिन भर की व्यस्तता के बाद गहरी नींद में सोए हुए थे । स्वप्न में उन्हें दिव्य पुरुष के दर्शन हुए। उस दिव्य पुरुष के चारों ओर उजला आभामंडल था । भोज ने बड़ी विनम्रता से उनका परिचय पूछा ।

मन्द - मन्द मुस्कुराते हुए वह बोले , *"में सत्य हूँ। मैं तुम्हें तथाकथित उपलब्धियों का वास्तविक रूप दिखाने आया हूँ । चलो मेरे साथ ।"*

राजा उत्सुकता और खुशी से उनके साथ चल दिये । भोज खुद को बड़ा धर्मात्मा समझते थे । उन्होंने अपने राज्य में कई मंदिर, धर्मशालाएं , नहरें और कुएं आदि बनवाये थे । उनके मन में इन कामों के लिये अहम भी था ।

दिव्य पुरुष भोज को उनके ही एक शानदार बगीचे में ले गए और बोले,
*"तुम्हें इस बगीचे का बड़ा अभिमान है न ?"* फ़िर उन्होंने एक पेड़ को छुआ और देखते हो देखते वह ठूंठ हो गया। वह एक - एक करके सभी सुन्दर फ़लों से लदे वृक्षों को छूते गए  और वे सब ठूंठ होते चले गए । इसके बाद वह उन्हें भोज के एक स्वर्णजड़ित मंदिर के पास ले गए । भोज को वह मंदिर अति प्रिय था। दिव्य पुरुष ने जैसे ही उसे छुआ वह लोहे की तरह काला हो गया और खंडहर की तरह गिरता चला गया ।

यह देख कर राजा के तो होश उड़ गए ।वे दोनों उन सभी स्थानों पर गए जिन्हें राजा भोज ने चाव से बनवाया था ।

 दिव्य पुरुष बोले , *" राजन ! भ्रम में मत पड़ो । भौतिक वस्तुओं के आधार पर महानता नहीं आंकी जाती । एक ग़रीब आदमी द्वारा पिलाये गए एक लौटे जल की कीमत , उसका पुण्य किसी यशलोलुप धनी की करोड़ों मुद्राओं से कहीं अधिक है । "*

 इतना कहकर वह अंतर्ध्यान हो गए । राजा भोज ने स्वप्न पर गम्भीरता से विचार किया और फ़िर ऐसे कामों पर लग गये जिन्हें करते हुए उन्हें यश पाने की लालसा बिल्कुल नहीं रही ।

प्रेरणादायी कहानिय👇🏻 Nayisoch2020.blogspot.com


🌹💐** आज का दिन आपके लिए शुभ एवं मंगलमय हो।*🙏🏻🙏🏻

Comments

Popular Posts