दया का सागर

WhatsApp 📞 👇 *+919893236423*
🇲🇰प्रेरणादायी कहानियाँ🇲🇰

(((( दया का सागर ))))

💥केशव की शादी को कुछ ही दिन शेष बचे थे। घर में शादी की खूब चहल-पहल थी।केशव और उसके मां-बाप और उसकी बहन शादी के लिए काफी उत्साहित है।तभी अचानक से 1 दिन केशव की मां की तबीयत खराब हो गई...
.
जब उनको डॉक्टर के पास लेकर जाया गया तो डॉक्टर ने बोला कि आपकी मां का ऑपरेशन करना पड़ेगा...यह सुनकर केशव की मां केशव और उसके बाबा एकदम से सुन्न पड़ गए कि घर में तो शादी का माहौल है...और अचानक से यह कैसी मुसीबत हम पर आन पड़ी है। केशव की मां अंजना का रो-रोकर बुरा हाल था।केशव के घर में युगल सरकार साक्षात विराजमान थे l केशव को उन पर पूर्ण विश्वास था।
.
घर आकर केशव किशोरी जी के सामने बैठ गया और कहने लगा कि हे लाडली जू हमारे घर को किसकी नजर लग गई है।उस को लाडली जू पर पूर्ण विश्वास था कि उसकी मां ठीक हो जाएगी...लेकिन मां की ऐसी हालत देखकर और मां की ममता वश वह थोड़ा सा डोल गया...और ठाकुर जी और किशोरी जी के प्रार्थना करते करते उसकी आंखों के किनारे से दो अश्रु बिंदु निकल कर उसकी हथेली पर गिर पड़े।
.
अपने हाथों पर गरम गरम आंसुओं कॊ महसूस होने पर केशव का ध्यान उस पर गया तो वह हैरान हो गया कि उन बिंदुओं में उन्हें किशोरी जी नजर आ रहे हैं...और उसको उलाहना दे रहे हैं कि जिस आंखों में तूने उसकी छवि को बसा रखा है आज आंसू के द्वारा उसको बाहर निकाल रहे हो..केशव एकदम से स्तब्ध रह गया और उसने झट से अपने हाथों पर गिरे अपने आंसुओं को खुद ही पी लिया।
.
और... जल्दी-जल्दी उसने अपने आंसुओं को पौछा और झट से खड़ा हो गया..
और जाकर अपनी मां को बोला कि मां तुम तो इतनी लाडली जू कि प्रिय हो तो फिर यह चिंता कैसी हम तुम्हारा कल ही ऑपरेशन करवा देंगे।
.
बाकि लाडली जू कि जो इच्छा। उसकी माँ बहुत घबराई हुई थी।लेकिन जब उसके बेटे ने उसका हाथ थाम कर उसको किशोरी जू का वास्ता दिया तो वह चुपचाप एक टक अपने बेटे को निहारती रही.. लेकिन अंदर से वह बहुत चिंतित थी।अगले दिन उसकी मां का आपरेशन था..
.
जब डॉक्टर उनका ऑपरेशन कर रहे थे तभी केशव की मां अंजना को ऐसा महसूस हुआ कि उसके मस्तक को कोई धीरे-धीरे सहला रहा है..जब उसने बेहोशी की हालत में धीरे से अपनी आंखों को खोला तो उसको महसूस हुआ कि पहले उसके सर के नीचे कुछ सख्त सा था.. लेकिन अब कुछ रूई जैसा नरम हो गया है..जब उसने बेहोशी की हालत में देखा तो उसके सामने किशोरी जू उसके साथ बैठे हुए हैं और केशव की मां अंजना का सर लाडली जू की गोद में है...और वह बड़े प्यार से अंजना के सर को सहला रही है और कह रही है अरे बेटी दुख सुख तो शरीर का हिस्सा है..
.
इतने से घबरा गई कुछ ज्यादा होने से थोड़ा होना अच्छा है.. अगर केशव तुम्हारा बेटा है तो मैं भी तुम सबकी मां हूं..और एक मां अपने बच्चे का बुरा कैसे कर सकती है। तुम लोग तो मुझको वैसे भी बहुत प्रिय हो।अंजना को कुछ समझ नहीं आ रहा था क्या हो रहा है। और यह कौन है।
.
लेकिन मूर्छित अवस्था में उसको इतना पता था कि उसके सामने कोई बैठा हुआ है।जब केशव की मां का ऑपरेशन हो गया तो डॉक्टर ने बाहर आकर कहा कि आपकी मां बिल्कुल ठीक है।
.
लेकिन डॉक्टर थोड़े से परेशान भी नजर आ रहे थे...डाक्टर को परेशान देख कर केशव उनके पीछे पीछे चला गया और डॉक्टर को पुछने लगा कि आप इतने चिंतित क्यों है...तो डॉक्टर ने कहा मुझे समझ नहीं आ रहा कि जब मैं आपरेशन कर रहा था तो...ऐसे लग रहा था कि कोई ऑपरेशन करने वाले कमरे में हैं और जैसे ऑपरेशन मै नहीं कोई और कर रहा है...
.
मेरा शरीर तो हल्का सा पड़ रहा था...केशव यह सुनकर चुपचाप अपनी मां के पास चला गया।दो-तीन दिन बाद जब मा को घर लाया गया तो केशव की मां ने बताया कि... जब मेरा ऑपरेशन हो रहा था तो मुझे ऐसे लगा कि किशोरी जू ने मेरा सर अपनी गोद में रखा हुआ है...और वह कह रही है कि कुछ ज्यादा होने से थोड़ा होना अच्छा है... तो केशव हैरान होकर मां की बातें सुन रहा था..
और कहने लगा कि मां उस समय तो साक्षात लाडली जू ने अपने हाथों से तुम्हारा ऑपरेशन किया है...और उसका इस बात का मतलब यह था कि तुम्हारे जीवन में इससे भी ज्यादा संकट आने वाला था..
.
लेकिन उस करूणा मयी जी की कृपा से वह संकट थोड़े मे हीं टल गया।जब लाडली जू हमारे साथ है तो हमें चिंता करने की क्या आवश्यकता है...
उस करूणा मयी सरकार ने हमारे ऊपर आए हुए संकट के बादल पर अपनी करुणा की वर्षा करके हम पर इतनी कृपा की है कि आज तुम बिल्कुल ठीक-ठाक घर हो।
.
दुख और सुख जीवन का हिस्सा है.. लेकिन जो भक्त अपनी लाडली जी को प्रिय है.. तो करुणामई सरकार उसके ऊपर आए हुए भारी संकट को भी बहुत कम कर देती है।मेरी लाडली जू पुत कपु्त को कहां देखती है वह तो हर शरण में आए हुए को अपनाती है...
.
वह दया का सागर है आज उसकी दया के सागर की एक बूंद ने केशव की जिंदगी में फिर दोबारा खुशियां भर दी..
.
और केशव का विवाह बड़ी धूमधाम से संपन्न हो गया...
.
इसलिए हे वैष्णव जन तू इतने ही संकट से मत डोलो... बस राधे राधे बोलो।
.
जिन्ने पाई ओहो कटेगी तू राधे राधे गाई जा।
प्रेरणादायी कहानिय👇🏻 Nayisoch2020.blogspot.com
Bhakti Kathayen भक्ति कथायें..🙌🙌🌷🙏🌷
~~~~~~~~~~~~~~~~~
((((((( जय जय श्री राधे )))))))

Comments

Popular Posts