एक पुरानी किन्तु सार्थक कथा

WhatsApp 📞 👇 *+919893236423*
🇲🇰प्रेरणादायी कहानियाँ🇲🇰

*एक पुरानी किन्तु सार्थक कथा*

एक व्यक्ति तीर्थ यात्रा को जा रहा था, इसलिए उसने एक संत से उनके आश्रम में अपनी गाय रखने की प्रार्थना की,
संत ने कहा - चलो अच्छा है रोज़ गाय का ताज़ा दूध पीने को मिलेगा !

तीर्थ यात्रा करने के बाद वह आदमी अपनी गाय को आश्रम से वापस लेने आया,
तब संत ने कहा - चलो, अच्छा हुआ अब रोज़ रोज़ गोबर तो नहीं उठाना पड़ेगा !!

तात्पर्य यह है कि इंसान को हर परिस्थिति में प्रसन्न और संतुष्ट रहना चाहिए,
क्योंकि प्रसन्नता और संतुष्टि का भाव कहीं बाहर नहीं अपने ही हृदय में मिलेगा !!!

ना तो कुछ पाने की ख़ुशी, ना तो कुछ खोने का गम !
ना कुछ साथ लाया था तू ना कुछ साथ ले जाएगा !!
प्रेरणादायी कहानिय👇🏻 Nayisoch2020.blogspot.com

😌

Comments

Popular Posts